google-site-verification: googlee5b20d48ab163199.html Nectar Voice: हर द्वार, हर दिन, हर पल ....

हर द्वार, हर दिन, हर पल ....

 




"हर द्वार, हर दिन, हर पल 
केवल मुद्रा को ही 
भरपूर सम्मान मिलता है" 


कवि अमृत 'वाणी'